May 1, 2024

कार्रवाई के नाम पर निगम अमले ने मचाई लूट, बिना रसीद पैसा लेकर छोड़े जा रहे सामान, स्टाफ बेच रहा जब्त तराजू बाँट

बिलासपुर. निगम के अतिक्रमण निवारण अमले ने कार्रवाई के नाम पर लूट मचा रखी है। ज्यादातर ठेका स्टाफ नशे में रहते है।  कारोबारियों से लुटे गए तराजू बाट और दीगर सामान का कोई हिसाब किताब नही है। इतना ही नही सिर चढ़े गुर्गे  बिना रसीद के पैसे लेकर सामान वापस लौटा और बेच रहे है। नगर निगम का अमले का जोर बड़े कब्जाधारियों पर नही चलता। रसूखदार लोगो ने निगम और सरकार की जमीन पर डंके की चोट पर कब्जा कर रखा है, वहां कार्रवाई का हिम्मत जुटाने के बजाय अपने परिवार का पेट भरने के लिए सड़क किनारे फुटपाथ पर कारोबार करने वाले गरीबों पर सख्ती की जा रही। पहले उनके तराजू बाट ठेले, फल, सब्जी जब्त किए जा रहे फिर बिना रसीद के राघवेंद्र राव सभा भवन के पीछे से पैसा लेकर वापस कर दिए जा रहे। जब्त सामान का कोई लेखाजोखा नही है। यही वजह है कि मुँह लगे ठेका कर्मी जब्त तराज, बाट और जरूरी सामान को बेच डाल रहे।

ट्रैक्टर की बैट्री तक बेच खा गए
बताया जाता है कि अमले के दो मुंहलगे स्टाफ ने वसूली के लिए दो- दो सुपरवाइजर रखा है। इसके बावजूद पिछले दिनों कुछ स्टाफ ने काऊ कैचर के ट्रेक्टर की बैट्री तक को बेच डाला।
कारोबारी त्रस्त
 कार्रवाई के नाम पर मची खुली लूट से गरीब कारोबारी त्रस्त है, मुफ्त के फल और नारियल ले जाने के बाद भी कभी उमके ठेले तो कभी सामान जब्त कर लिए जा रहे। जिससे व्यापारियों में आक्रोश है।
खुद निगम आयुक्त भी पकड़ चुके
कोरोनाकाल में लाकडाउन के दौरान निगम आयुक्त ने जब निर्धारित समय के बाद ठेला कारोबारियों को सड़क पर रोक जवाब- तलब किया, कारोबारियों ने बताया कि निगम अमले ने उनका सामान समेत ठेला जब्त कर लिया था,पैसा लेने के बाद देर से छोड़ा इसलिये वे अभी तक सड़क पर है निगम आयुक्त ने जब उन्हें रसीद दिखाने कहा तो कारोबारियों ने बताया था कि रसीद तो दी ही नही जाती। इसको लेकर आयुक्त ने जवाब तलब भी किया परन्तु इसके बाद भी कार्रवाई के नाम पर लूटमार जारी है।

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