सात समंदर पार अमेरिका में सिंधी संत एसोशिएशन ने मनाया चेट्रीचंड उत्सव
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। साईं झूलेलाल के अवतरण दिवस पर सिंधी समाज द्वारा चेट्रीचंड पर्व पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। सात समंदर पार अमेरिका में जा बसे सिंधी समाज के लोगों ने अपने ईष्ट देव की आराधना कर देश-दुनिया के लिए मंगलकामना की। पूजा अर्चना के दौरान गीत संगीत भोग वितरण कर लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी। शहर के वरिष्ठ पत्रकार सिंधी कालोनी निवासी मोहन मदवानी अपने पत्नी के साथ बेटा-बहु के घर अमेरिका प्रवास पर हैं। उन्होंने चंदन केसरी को बताया कि मैकेनी अमेरिका के साउंथ एरिया में सिंधी संत एसोसिएशन द्वारा हर वर्ष साईं झूलेलाल के अवतरण दिवस पर चेड्रीचंड उत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष भी यहां धूमधाम से पर्व को मनाया गया। इस अवसर पर भारी संख्या मेंं सिंधी समाज के लोग एकत्रित होकर साईं झूलेलाल की आराधना कर जगत के कल्याण के लिए दुआ मांगी। उन्होंंने बताया कि जब सिंधी समाज के लोगों को प्रताडि़त किया रहा था तब भारत और पाकिस्तान के मध्य बहने वाली सिंधु नदी तट पर सिंधी सामाज के लोगों ने अमन चैन और सुरक्षा के लिए साईं झूलेलाल की आराधना की। भक्तों पर पड़ी विपदा को देखते हुए साईं झूलेलाल ने मछली के वाहन में सवार होकर अवतार लिया और सारे सिंधी समाज के लोगों की रक्षा की। तब से इस पर्व को पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जा रहा है। अमेरिका में जा बसे सिंधी समाज के लोगों ने इस पर्व को धूमधाम से मनाया और अपने भारतीय होने का परिचय दिया। यहां बहने वाली सुंदर झील में भगवान झूलेलाल की जोत का विसर्जन विधि-विधान से किया गया। इस अवसर पर भारी संख्या में भारतीय महिलाएं पुरुष और बच्चें शामिल हुए। विदेशी धरती में भारतीय परंपरा की जोर-शोर से प्रशंसा की जा रही है। साईं झूलेलाल हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं, उनके अवतरण दिवस पर पूरी दुनिया में पूजा अर्चना और भोग भंडारा का आयोजन किया जा रहा है।