हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मंच पर छाएगी लखनवी क़िस्सागोई
लखनऊ. लखनऊ (Lucknow) की क़िस्सागोई (Qissagoi) अब विश्व-प्रसिद्ध हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) में धूम मचाएगी. शहर के जाने माने दास्तानगो हिमांशु बाजपेयी (Dastango Himanshu Bajpai) को हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने अपने एक अति विशिष्ट आयोजन में दास्तानगोई करने के लिए ख़ास तौर पर आमंत्रित किया है. ‘2020 हार्वर्ड वर्ल्ड वाइड वीक’ के अन्तर्गत होने वाले इस आयोजन का नाम ‘24 आवर्स ऑफ हार्वर्ड’ (24H) है. जिसमें आगामी आठ अक्टूबर को हिमांशु बाजपेयी डिजिटल दुनिया के दर्शकों के सामने अपनी क़िस्सागोई पेश करेंगे.
क़िस्सागोई सत्र का शीर्षक– ‘अमीर खुसरो की ज़िन्दगी’
हिमांशु ने बताया कि डेढ़ घंटे के इस क़िस्सागोई सत्र का शीर्षक ‘खुसरो दरिया प्रेम का: दक्षिण एशियाई परंपराओं में विश्व-बंधुत्व एवं सम्मिलन’ है. इस सत्र में वह तूती-ए-हिन्द अमीर खुसरो की ज़िन्दगी एवं शायरी पर केन्द्रित क़िस्सागोई करेंगे. ख़ास बात ये है कि इस सत्र में जाने-माने अन्तरराष्ट्रीय गायक और लेखक अली सेठी और हार्वर्ड के प्रोफेसर अली असानी भी हिमांशु के साथ होंगे. हिमांशु बाजपेयी अमीर खुसरो के क़िस्से सुनाएंगे, अली सेठी उन क़िस्सों के दरमियान में खुसरो का कलाम गाएंगे और प्रोफेसर असानी दर्शकों के लिए इन क़िस्सों और कलाम की अकादमिक व्याख्या पेश करेंगे.
पूरा आयोजन डिजिटल माध्यम से होगा
हिमांशु ने बताया कि इस संगीतमय क़िस्सागोई के तुरंत बाद तीनों प्रस्तुतकर्ता दुनिया भर के दर्शकों के साथ एक सजीव (लाइव) प्रश्नोत्तर सत्र में भी शामिल होंगे, जहां वे खुसरो से जुड़े सवालों का जवाब देंगे. कोरोना वायरस की महामारी के चलते ये पूरा आयोजन डिजिटल माध्यम के जरिये होगा लेकिन इसका लाभ ये है कि दुनिया भर के लोग एक साथ इसमें शामिल हो सकेंगे.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के इंडिया कन्ट्री डायरेक्टर संजय कुमार ने बताया ‘हिमांशु बाजपेयी और अली सेठी द्वारा दी जाने वाली ये प्रस्तुति अमीर ख़ुसरो की कविताओं में छिपे साझी ऐतिहासिक धरोहर एवं मिली जुली रवायतों के संदेश को उजागर करेगी.’ उन्होंने कहा कि कव्वाली और दास्तानगोई जैसी दो महत्त्वपूर्ण विधाओं से सजी ये प्रस्तुति आज के समय में बहुत अहम है, जब दक्षिण एशिया में अलग अलग आधारों पर दूरियां बढ़ रही हैं.
क़िस्सागोई हमारे देश की अति प्राचीन परंपरा: हिमांशु
हिमांशु ने बताया कि हार्वर्ड की प्रतिष्ठा दुनिया भर में है, यह कार्यक्रम हार्वर्ड का अति महत्त्वपूर्ण आयोजन है, जिसके लिए मुझे याद किया जाना दिल को एक खास तसल्ली देता है. गौरतलब है कि क़िस्सागोई हमारे देश की अति प्राचीन परंपरा है. पिछले कुछ सालों में इसे पूर्णकालिक व्यवसाय के बतौर मान्यता दिलाने में हिमांशु बाजपेयी ने अहम भूमिका निभाई है. हिमांशु ने काकोरी एक्शन, गांधी अभय, कबीर, चंद्रकांता, तुलसीदास, आम आदि विषयों पर बेहतरीन दास्तानें सुनाई हैं. इसके अलावा वह नेटफ्लिक्स इंडिया के लोकप्रिय शो ‘सेक्रेड गेम्स’ में भी दास्तानगोई करते नज़र आ चुके हैं.