डॉ. ने बताया टाइम पर पीरियड नहीं आने का कारण, जानें क्यों रुक जाता है Menstrual cycle
कई बार महिलाएं डेट निकल जाने के बाद पीरियड न आने को लेकर परेशान रहती हैं। एक्सपर्ट ने रेगुलर पीरियड्स ने आने की कई वजहें बताई हैं, जिनके बारे में आपको जानकारी होनी जरूरी है।
मासिक धर्म (Menstrual cycle) एक महिला के स्वास्थ्य का सूचक है। पीरियड्स (Menstrual flow) आमतौर पर हर 21-35 दिनों में आते हैं और दो से सात दिनों तक इनका ड्यरेशन होता है। वैज्ञानिक तौर पर यह एक हार्मोनल प्रोसेस है जो महिला के यौवन (puberty) की शुरुआत से लेकर रजोनिवृत्ति (menopause) चल चलती है। हालांकि, ऐसी कई महिलाएं हैं जिनके रेगुलर पीरियड आने में समस्याएं आती हैं। हर माह पीरियड्स नहीं आने की इस समस्या को एमेनोरिया (Amenorrhea) भी कहा जाता है।
1. प्राइमरी एमेनोरिया: जब आप पहली बार आपके पीरियड की शुरुआत काफी लेट होती है। मासिक धर्म की उम्र 14 से 16 साल के बीच है। लेकिन इससे लेट होता है तो आप एमेनोरिया की स्थिति में हैं।
2. सेकेंडरी एमेनोरिया: जब आप लगातार तीन महीने या उससे अधिक समय तक पीरियड मिस करती हैं।
- सिरदर्द (Headache)
- दृष्टि परिवर्तन (Vision changes)
- मतली (Nausea)
- चेहरे पर अतिरिक्त बाल (Extra facial hair)
- बालों का झड़ना (Hair loss)
- स्तन के आकार में परिवर्तन (Changes in breast size)
- ब्रेस्ट से स्राव (Milky fluid from breasts)
- एमेनोरिया या जल्दी रजोनिवृत्ति की फैमिली हिस्ट्रीजेनेटिक या chromosomal डिफेक्टस ये आपके अंडाशय के कार्य (ovary function) और मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकते हैं। टर्नर सिंड्रोम (Turner Syndrome) एक उदाहरण है।
- बहुत अधिक या कम वजन का होना।
- eating disorder यानि खाने का विकार।
- एक स्ट्रीम एक्सरसाइज पैटर्न।
- खराब आहार का लेना।
- तनाव।
सेकेंडरी एमेनोरिया के कारण
- थायरॉयड फंक्शन
- ओवरी फंक्शन
- टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) का स्तर, जो PCOS का पता लगा सकता है।
- एस्ट्रोजन (महिला हार्मोन) का स्तर।
हार्मोन थेरेपी के जरिए आपके हार्मोन को बैलेंस किया जा सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि इसकी सर्जरी दुर्लभ है, लेकिन कुछ मामलों में इसकी आवश्यकता हो सकती है।