31 मार्च : जब अमेरिका में रचा गया इतिहास
साल के 365 दिन इतिहास में तरह-तरह की घटनाओं के साथ दर्ज हैं। इनमें कुछ अच्छी हैं तो कुछ बुरी। 31 मार्च का दिन भी ऐसी ही बहुत सी घटनाओं का साक्षी रहा है। ऐसी ही एक घटना की बात करें तो देश के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करके देश और समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन किया गया। ‘बाबासाहब’ भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया। इसी तारीख को अमेरिका में अश्वेतों को वोट का अधिकार मिला। यह एक इतिहास की बड़ी घटना थी।
1727: दुनिया के महान भौतिकशास्त्रियों में शुमार आइजैक न्यूटन का 84 वर्ष की आयु में लंदन में निधन।
1774: भारत में डाक सेवा शुरू, पहला डाकघर खुला।
1870: अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया। अश्वेतों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में यह एक बड़ी कामयाबी थी।
1889: पेरिस का मशहूर एफेल टावर आधिकारिक तौर पर खुला।
1921: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झंडे को अंगीकार किया गया।
1959: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अपने 20 शिष्यों के साथ भारत की सीमा में पहुंचे। वह 17 मार्च को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से पैदल रवाना हुए थे और खेनज़ीमन दर्रे से होते हुए सकुशल भारत पहुंच गए।
1980: अमेरिका के महान फर्राटा धावक जेसी ओवंस का निधन। ओवंस ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक खेलों में अपने देश के लिए चार स्वर्ण पदक जीते थे।
1980: अंतिम आईसीएस अधिकारी निर्मल मुखर्जी सेवानिवृत्त हुए।
1981: एक घरेलू विमान का अपहरण करने वाले इंडोनेशिया के पांच आतंकवादियों में से चार को थाइलैंड के बैंकाक में मार गिराया गया। विमान में सवार सभी 55 लोग सुरक्षित। आतंकवादियों ने इंडोनेशिया की जेलों में बंद 80 लोगों को रिहा करवाने के लिए 28 मार्च को विमान का अपहरण किया था और उसे बैंकाक ले गए थे।
1983: कोलम्बिया में भूकंप से लगभग 5000 लोगों की मौत।
1990: संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
2004: अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक नाइट क्लब में आग लगने से 175 लोगों की मौत।