May 13, 2024

Weight Gain : पीरियड्स के टाइम वजन बढ़ने लगे, तो तुरंत कंट्रोल कर लें ये आदतें, जानें क्‍या करें-क्‍या नहीं

28 दिनों के मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है। यह किसी महिला की भूख को प्रभावित करता है साथ में वॉटर रिटेंशन को जन्म दे सकता है, जिससे महिलाएं पीरियड के दिनों में वेट गेन कर लेती हैं।

माना वजन कम करने के लिए आप हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं, लेकिन पीरियड्स के दिनों में अचानक से वजन बढ़ जाए, तो घबराइएगा नहीं और न ही इसके लिए खुद को दोष दीजिएगा। क्योंकि पीरियड्स के दिनों में वजन बढ़ जाना बिल्कुल आम बात है।

हां, ये निराशाजनक जरूर हो सकता है, लेकिन पीरियड्स के वजन बढऩे का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि खोया हुआ फैट फिर से वापस आ गया है। ये सिर्फ वॉटर रिटेंशन है, जो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में बदलाव या नमकीन खाद्य पदार्थों के ज्यादा सेवन के कारण होता है। राहत की बात ये है कि पानी का वजन बढऩा अस्थाई है। पीरियड्स खत्म होने के एक सप्ताह बाद ये फिर से कम हो जाता है। हर बार पीरियड्स आने पर यह फिर से बढ़ जाएगा। इन स्थितियों को जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं, कुछ सरल उपायों का पालन करके प्रबंधित किया जा सकता है।

​हाइड्रेट रहें

निर्जलीकरण भी वॉटर रिटेंशन का एक अन्य कारण हो सकता है। जब आप दिन में बहुत ज्यादा पानी नहीं पीते, तो शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगता हे। इसके साथ ही अगर बहुत अधिक मात्रा में नमकीन भोजन कर लेते हैं, तो इसे सिस्टम से बाहर निकालने के लिए बहुत ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है।

सलिए एक दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पीने की कोशिश करें। आप चाहें, तो अपने आहार में इंफ्यूज्ड और नारियल पानी भी शामिल कर सकते हैं।

​क्रेविंग से बचे रहें

आपने शायद ही कभी इस बात पर ध्यान दिया हो, लेकिन मासिक धर्म से पहले महिलाओं का वजन 1 से 2 किलो बढ़ जाता है। यह पीरियड हार्मोन के स्तर में वृद्धि और माहवारी से पहले अस्वस्थ खान-पान होने की इच्छा के कारण होता है। हार्मोन के लिए तो कुछ नहीं कर सकते, लेकिन स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाकर आसानी से अपनी इस लालसा पर रोक लगा सकते हैं।
​काम में व्यस्त रहें

पीरियड्स के दिनों में वजन कम करने के लिए आपको हार नहीं माननी है। आप नहीं जानते, लेकिन आपके पीरियड्स से एक हफ्ते पहले शरीर सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा कैलोरी बर्न करता है। इसलिए मजबूत बनें और नियमित रूप से चलना जारी रखें। कैलोरी की समान मात्रा का सेवन कर अपने लक्ष्य पर बने रहने की कोशिश करने से वेट कंट्रोल किया जा सकता है।

​रेगुलर वर्कआउट करें

वैसे तो यह माना जाता है कि ब्लीडिंग होने पर महिलाओं को वर्कआउट नहीं करना चाहिए। इससे ज्यादा ऐंठन हो सकती है। लेकिन वास्तव में ये गलत है। मासिक धर्म होने पर व्यायाम करने में कोई बुराई नहीं है। अगर आप दर्द महसूस कर भी रहे हैं, तो आप चलने या योग जैसे हल्के व्यायाम कर सकते हैं। ऐेसे कम प्रभाव वाले व्यायाम करने से न केवल पीरियड क्रैंप से राहत मिलेगी बल्कि दिमाग भी शांत रहेगा।

​ज्यादा कैफीन के सेवन से बचें

कई महिलाएं पीरियड्स के दिनों में चाय या कॉफी बहुत पीती है। इससे वॉटर रिटेंशन और ब्लोटिंग होने लगती है, जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। इन दिनों में वजन को नियंत्रित करने के लिए ग्रीन टी या फिर गर्म पानी का सेवन अच्छा विकल्प है।

पीरियड्स के दौरान वजन बढ़ जाना कोई समस्या नहीं है। इसलिए बेवजह परेशान न हों। बस अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें , ताकि किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी से बचे रहें।

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