May 12, 2024

Work Milk Day : इस तरह दूध पीने से जल्द होगी कोविड से रिकवरी, आयुर्वेदिक डॉ. ने फायदों के साथ बताए हैरान करने वाले नुकसान

आज वर्ल्ड मिल्क डे है और इसलिए हम आपको दूध से जुड़ी तमाम जानकारियां दे रहे हैं। वैसे तो दूध सभी के लिए फायदेमंद है लेकिन इसके सही तरीके से सेवन न करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जानिए, आयुर्वेद के अनुसार दूध पीने का सही समय और उचित तरीका। साथ ही ये भी जानें कि कोरोना मरीज के लिए फायदेमंद है दूध का सेवन?

World milk day 2021: दूध का सेवन पूर्ण भोजन के रूप में जाना जाता है जो कि हमारे भारतीय आहार का एक आंतरिक हिस्सा है। पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से आयुर्वेद में दूध को अहम जगह दी गई है और इसे संपूर्ण आहार बताया गया है। हालांकि, मौजूदा दौर में कुछ लोग दूध पीना अच्छी सेहत का सीक्रेट मानते हैं, तो ज्यादातर लोगों के बीच दूध को लेकर अलग-अलग धारणाएं व्याप्त हैं। चूंकि आज वर्ल्ड मिल्क डे (World Milk Day) है और इसलिए आज हम आपको दूध के सेवन से जुड़ी वो तमाम बातें बताएंगे जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है।

आज हम आपको दूध पीने के सही समय से लेकर होने वाले फायदों और नुकसान के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं। इसके साथ ही हमने आयुर्वेदिक डॉक्टर से ये भी जानने की कोशिश की है कि कोरोना मरीजों को दूध पीना चाहिए या नहीं? आइए, जानते हैं सेहत के लिए क्यों जरूरी है और किस तरह करें इसका लाभ…

​कोविड-19 रिकवरी में इस तरह करें दूध का सेवन

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दूध के सेवन को लेकर बेंगलुरु के जीवोत्तम आयुर्वेद केंद्र के वैद्य डॉ. शरद कुलकर्णी M.S (Ayu), (Ph.D.) ने बातचीत में बताया कि यह जीवन के लिए सबसे उत्तम फूड माना गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या कोविड से संक्रमित लोग भी दूध का सेवन कर सकते हैं और ये उनके लिए किस तरह से फायदेमंद होगा?

इस सवाल के जवाब में डॉक्टर ने बताया कि जो लोग कोविड से रिकवर हो रहे हैं वे दूध का सेवन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिनका कोविड टेस्ट निगेटिव आ चुका है और वे रिकवरी के फेज में हैं तो दूध को डायलूट करके पी सकते हैं। उनके लिए दूध का सेवन तब ज्यादा फायदेमंद होगा जब वे इसमें थोड़ा सा हल्दी और सौंठ या अदरक को मिलाने के साथ-साथ बराबर मात्रा में पानी मिलाकर पीते हैं।

डॉ. ने बताया कि दूध को उबालकर ही पिएं न कि कच्चा। पोस्ट कोविड मरीज की दूध के सेवन से पाचन शक्ति बढ़ती है और अच्छा पोषक तत्वों से समृद्ध आहार भी मिल जाता है।

​ये है दूध पीने का सही समय

डॉक्टर शरद कुलकर्णी का कहना है कि आयुर्वेद में दूध के सेवन का आइटम टाइम रात को ही बताया गया है। हालांकि, दूध पीकर तुरंत लेट न जाएं वरना हो सकता है कि आपको उल्टी हो जाए। इसलिए जब भी सोने से पहले दूध का सेवन करें तो 10 मिनट की वॉक कर लें। हालांकि, आप इसे सुबह के नाश्ते के वक्त नाश्ते के तौर पर भी पी सकते हैं। आप अपने दिन की बेहतरीन शुरुआत करना चाहते हैं तो cereal के साथ 1 गिलास दूध पिएं।
​इस सिचुएशन में दूध पीने से बढ़ जाएंगी समस्याएं

डॉक्टर ने आगे दूध के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानकारी दी है। डॉक्टर शरद कुलकर्णी के अनुसार, जब भी किसी को बलगम यानी कफ है, या खांसी, सांस लेने में तकलीफ, साइनस की समस्या है तो दूध का सेवन करना हानिकारक हो सकता है। ऐसी कंडीशन में अगर कोई दूध पीता है तो समस्याएं बढ़ सकती हैं या कहें कि सिम्टम्स उभर सकते हैं।

इसलिए जब भी कोई इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो अवॉयड कर सकते हैं। यही नहीं, डॉक्टर ने निमोनिया में भी दूध को न लेने की सलाह दी है। लेकिन अगर आप बिना दूध के रह ही नहीं पाते तो आप उसमें बराबर मात्रा में पानी डालें और हल्दी, सौंठ को मिलाकर पिएं। इस तरह से ये नुकसान नहीं करेगा।

खाने के तुरंत बाद न पिएं दूध

एक्सपर्ट्स के अनुसार, भोजन करने के तुरंत बाद दूध का सेवन न करें। खाने के तुरंत बाद दूध पीने से फूड पॉइजनिंग, गैस, एसिडिटी, उल्टी, पेट दर्द होना, लूज मोशन यानी दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके पीछे की वजह है कि शरीर में नमक, तेल और दूध का एक साथ मिल जाते हैं जो कि परस्पर एक दूसरे से विरोधी हैं।

ऐसे बच्चों में पैकेट वाले दूध से बढ़ी समस्याएं

डॉक्टर शरद कुलकर्णी ने दूध को लेकर खुलासा किया है कि आयुर्वेद में भले ही दूध को उत्तम बताया गया है लेकिन जो मौजूदा दौर में पैकेट का मिल्क मिल रहा है, उसके सेवन से कुछ बच्चों में गंभीर परिणाम देखने को मिले हैं। उनका कहना है कि पैकेट बंद दूध के सेवन दमा से पीड़ित कई बच्चों में समस्याएं बढ़ी हैं। इसलिए बेहतर होगा कि बच्चों को अधिक मात्रा में दूध न दें। साथ ही दूध में पानी की मात्रा अवश्य मिलाएं जिससे आपको फायदे भी मिलेंगे और नुकसान भी नहीं होगा।
​दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व

शरीर में प्रोटीन और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पहुंचाने के लिए दूध को बच्चों को लेकर बड़ों के लिए भी जरूरी बताया गया है। दूध प्रोटीन, विटामिन ए, बी1, बी2, बी12 और डी, मैग्नीशियम, फास्फोरस, राइबोफ्लेविन और पोटेशियम सहित पोषक तत्वों से समृद्ध है।

आयुर्वेद में दूध को संपूर्ण भोजन भी कहा जाता है क्योंकि यह विभिन्न खनिजों, विटामिन, वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। अपने पाचक और पौष्टिक गुणों के लिए ही दूध आयुर्वेद में एक विशेष स्थान रखता है।

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