बेटी शिक्षित होती है, तो दो परिवार शिक्षित होता है : रामशरण यादव
बिलासपुर. छ.ग. में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा सरस्वती साइकिल योजना की शुरूआत की गई। सरस्वती साइकिल योजना के तहत 9वीं कक्षा में अध्ययनरत् अनु.जा./अनु.ज.जा. एवं अन्य पि.वर्ग और सामान्य वर्ग के बीपीएल परिवार की बालिकाओं को साइकिल दी जाती है। इसी तारतम्य में आज महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल में सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरण किया गया। संस्था के प्राचार्य डॉ.कैरोलाईन सतूर द्वारा सभी अतिथियों के लिए स्वागत भाषण दिया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर रामशरण यादव थे। उन्होंने कहा कि ये योजना एक महत्वकांक्षी योजना है जो न सिर्फ बेटियों को स्कूल आने-जाने में मदद करती है, बल्कि बेटियों की शिक्षा की राह आसान बनाती है। श्री यादव ने आगे कहा कि बेटी शिक्षित होती है, तो दो परिवार शिक्षित होता है, पहले मायके, भाई-बहनों और बाद में अपने बच्चों को शिक्षित करती है। महापौर ने प्राचार्य के अनुरोध पर कहा कि महारानी लक्ष्मी बाई कन्या स्कूल बिलासपुर का एतिहासिक स्कूल है, इसके उन्नयन हेतु स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट एवं नगर निगम द्वारा योजनाबद्ध कार्य कर विकास किया जायेगा। कमरों की कमी दूर की जावेगी। उन्होनंे मौके से ही अधिकारियों से आदेशित कर उन्नयन कार्य करने हेतु कहा। विशिष्ट अतिथि प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस कमेटी छ.ग. श्री अभय नारायण राय ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहले लड़कियों के पास साइकिल नहीं होने के कारण वे पैदल चलकर स्कूल आती थी। अब साइकिल होने के कारण इस समय में ही वे आसानी से स्कूल पहुंच जाती है, जिससे लड़कियों के साक्षरता दर में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। अतिथि वार्ड पार्षद बंधु मौर्य, शाला विकास समिति के सदस्य श्रीमती प्रीति चौरसिया एवं श्री आशुतोष शर्मा ने छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। संस्था के प्राचार्य डॉ.कैरोलाईन सतूर ने कहा कि निःशुल्क सरस्वती साइकिल योजना ने लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया है, इस योजना के तहत विद्यालय छोड़ने वाले छात्राओं के अनुपात में कमी आई है और प्रदेश एवं देश में महिला साक्षरता का प्रतिशत भी बढ़ा है। एससीएसटी एवं पि.वर्ग. तथा सामान्य वर्ग के बीपीएल के 80 छात्राओं को साइकिल प्रदान किया गया। आभार प्रदर्शन अरविंद कौशिक एवं कार्यक्रम का संचालन श्रीमती श्रद्धा आनंद द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती संजना मिश्रा प्रधान पाठक, सुश्री मिताली घोष एवं कक्षा शिक्षिका श्रीमती छनिया साहू, श्रीमती अनुपमा टण्डन, सुश्री सादमा बेगम, श्रीमती माधुरी दीक्षित एवं समस्त स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा।