रिसाली की महिलाओं के अधिकार पर अतिक्रमण कर रहा है महापौर का पीए
अत्यंत व्यथित करने वाला विषय है कि, रिसाली महापौर का पीए रिसाली निगम की अपील समिति के समक्ष प्रस्तुत अपील दस्तावेजों को दबाकर रिसाली के महिलाओं के अधिकार को संरक्षित करवाने के अपील प्रकरण मामले को लंबित कर रहा है और नियम विरुद्ध तरीके से इस मामले को निगम अपील समिति की कार्यवाही में आने देने से रोक रहा है उल्लेखनीय है की ऐसा आरोप लगाने का आधार यह है की रिसाली निगम की आंतरिक परिवाद समिति जो महिलाओं की रक्षा करती है और उनको गरिमापूर्ण कामकाजी वातावरण उपलब्ध करवाने की सक्षमता रखती है इस समिति का गठन विगत वर्षो से रिसाली निगम का आयुक्त नही करवा रहा था लेकिन जब समाज सेविका निशा देशमुख ने इस ज्वलंत मामले की सच्चाई को जानने के लिए सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी तो रिसाली निगम आयुक्त ने नियम विरुद्ध तरीके से रिसाली निगम की आंतरिक परिवाद समिति का गठन करवाया और आंतरिक परिवाद समिति की नियमानुसार प्रति माह होने वाली बैठक कार्यवाई को करने बाधित करने की कार्यवाही कर पीड़ित महिलाओं की परेशानियों को आंतरिक परिवाद समिति के सामने आने नहीं दिया जिसके बाद रिसाली की महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली इस विपरित परिस्थिति के विरूद्ध समाज सेविका निशा देशमुख ने रिसाली निगम की अपील समिति के सामने परिवाद करके यह मामला लाया लेकिन महापौर के पीए ने इस अपील को विगत महीनों से दबाकर रखा है और रिसाली निगम क्षेत्र की महिलाओं के अधिकारों पर सीधा अतिक्रम कर रहा है जिसकी जानकारी प्रेस के माध्यम से महापौर रिसाली तथा नगरीय प्रशासन विभाग के सक्षम अधिकारियों के संज्ञान में लाने के लिए अधोहस्ताक्षरी निशा देशमुख प्रेस विज्ञप्ति जारी करके महिलाओं की व्यथा की जानकारी दे रही है ।