VIDEO – एनटीपीसी के राखड़ डेम से जनजीवन हो रहा प्रभावित, ग्रामीणों सेे मिले मंत्री टीएस सिंहदेव
बिलासपुर. एनटीपीसी के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के कारण राखड़ डेम से उड़ रही धूल के कारण आसपास के ग्रामीणों का जीना हराम हो चुका है। बार-बार शिकायत के बाद भी ग्रामीणों की समस्या से एनटीपीसी प्रबंधन को कोई लेना देना नहीं रह गया है। राखड़ डेम से लगातार उड़ रही धूल के कारण ग्रामीण बीमार हो रहे हैं, उनके रिश्तेदार उनके घर नहीं आ रहे हैं। भोजन की धाली तक राखड़ का धूल पहुंच रहा है तो पीने का पानी कपड़े का क्या हाल हो रहा है इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कलेक्टर कार्यालय में एनटीपीसी राखड़ डेम की शिकायत लेकर आये ग्राम गतौरा, सुखरीपाली व आसपास के ग्रामीणों को पता चला कि मंथन सभा कक्ष में मंत्री टीएस सिंहदेव समीक्षा बैठक ले रहे तो वे मुख्य द्वारा डट गये और एनटीपीसी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। पुलिस के अधिकारी उन्हें समझाइश देते रहे फिर भी मौके पर ही डटे रहे। दोपहर लंच के लिये मंथन सभा कक्ष से टीएस सिंहदेव जब निकले तो उन्हें पता चला कि सैकड़ों ग्रामीण उनका इंतजार कर रहे तो वे उनसे मिलने पहुंचे।
कलेक्टर कार्यालय ज्ञापन सौंपने आये ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि हमारे गांव में एनटीपीसी द्वारा राखड़ डेम का निर्माण किया गया है, जिसमें पानी नहीं डाला जा रहा है जिसके कारण आस पास के गांवों में राखड़ का धूल उड़ रहा है। पीने को पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। भोजन को ढकने के बाद भी धूल की मोटी परत जम जा रही है। हमारा जीना हराम हो चुका है। सर्दी, खासी, जुकाम, दमा के साथ साथ सांस लेने में भारी समस्या हो रही है। कोई भी अधिकारी हमारे गांव में आता है वह कार से नीचे नहीं उतर पाता। चारों ओर डेम का डस्ट फैला हुआ है। अपनी समस्या से संबंधी ज्ञापन सौंपने ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार पर डटे रहे। इधर मंथन सभा कक्ष में टीएस सिंह समीक्षा बैठक लेकर रहे थे इसलिये विधायकों और अधिकारी बार-बार आना जाना कर रहे थे। मुख्य द्वार पर खड़े ग्रामीण हटने को तैयार नहीं थे। उन्हें मालूम था कि मंत्री टीएस सिंहदेव बाहर आयेंगे। घंटो इंतजार करने के बाद जब टीएस सिंह देव दोपहर लंच के लिये बाहर निकले तो उन्हें बताया कि एनटीपीसी राखड़ डेम से प्रभावित ग्रामीण अपका इंतजार कर रहे हैं तो वे खुद उनसे मिलने पहुंचे। ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद मंत्री सिंहदेव ने जल्द ही एनटीपीसी प्रबंधन से बात कर समस्या से निजात दिलाने की बात कही। इसके बाद ग्रामीण लौट गये।
तपती धूम में डटी रही महिलाएं
एनटीपीसी राखड़ डेम की शिकातय लेकर पहुंची महिलाओं का कहना था कि आप एक बार हमारे गांव चलकर देखिए। हम लोग जो घर का पका हुआ भोजन लेकर आये हैं उसे भी देख लीजिए। समस्या विकराल हो चुकी है हमारी कोई सुनने वाला कोई नहीं है। आज जब तक हमारी समस्या को तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही नहीं की जायेगी तब तक हम लोग यहीं डटे रहेंगे। पुलिस की लाख समझाइश के बाद भी ग्रामीण महिलाएं तपती धूम में खड़ी रही। छोटे बच्चों को गोद में लेकर महिलाएं आई थी दुधमुंहे बच्चे भी रोतेे रहे।