VIDEO : पैथालॉजी, सीटी स्कैन, ईसीजी जैसी जांच निगम के डायग्नोस्टिक सेंटरों में रेट से 50% कम में
बिलासपुर. नगर निगम की ओर से राजेंद्र नगर चौक और सरकंड़ा और दयालबंद में तीन नए पैथोलॉजी डाइग्नोसिस सेंटर शुरू किए जाएंगे। राजेंद्र नगर वन विभाग कार्यालय के सामने पहले से बने सामुदायिक भवन में ही मशीने लगाई जाएगी। महापौर रामशरण यादव ने मंगलवार को इसका निरीक्षण किया। उन्होने बताया कि 28 अगस्त को टेंडर खुलने के बाद यहां मशीने लगाई जाएगी और फिर जल्द से जल्द इसके शुरू होने की संभावना है। यहां सेटअप भी तैयार किया जाएगा और यह इसी वर्ष शुरू होगा। इन सेंटरों की खास बात यही होगी कि शहर के हर व्यक्ति के लिए यहां एमआरआई, सीटी स्कैन, ब्लड टेस्ट और लिपिड प्रोफाइल जैसे जरूरी टेस्ट का रेट सरकारी व निजी अस्पतालों से भी 50 प्रतिशत कम होगा। इस योजना की रूपरेखा पिछले साल बन गई थी, लेकिन कोरोना काल की वजह से देरी हुई। निगम की ओर से सेंटरों का वर्क किया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य योजना के तहत डाइग्नोसिस सेंटर के संचालन के लिए एजेंसियों को नियुक्त किया जाएगा। महापौर रामशरण यादव ने बताया कि अगर किसी जांच के सरकारी व निजी अस्पतालों में 100 रुपए की फीस ली जा रही है तो इन सेंटरों में वही जांच 50 रुपए के आसपास हो जाएगी। टेंडर लगा दिया गया है। 28 अगस्त को इसे खोला जाएगा फिर नियुक्त एजेंसी इसमें मशीन लगाकर जांच शुरु कर देगी।
महापौर रामशरण यादव ने बताया कि निरीक्षण कर भवन में सुविधा होनी चाहिए उसे पूरा करने के आधिकारियों को निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनजन तक स्वास्थ्य लाभ पहंुचा रहें है। इसके लिए पहले निगम को मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य योजना के तहत मोबाइर्ग् यूनिट प्रदान की जिसमें 67 हजार लोगो का इलाज अब तक हो चुका है। वहीं अब मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य योजना के तहत डाइग्नोसिस सेंटर के संचालन शहर के तीन क्ष्ोत्रों में शुरू होने जा रहा है। जिससे लोगों को उपचार के लिए अधिक पैसे खर्च करने नहीं पड़ेगे।
इन सेंटरों में शहरी स्वास्थ्य योजना के तहत थायराइड, बीपी, एनीमिया, डायबिटीज, इको, ईसीजी, सीबीसी, लीवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, शुगर, हीमोग्लोबिन, सीबीसी कंपलीट ब्लड काउंट, लिपिड प्रोफाइल, इलेक्ट्रोलाइट्स प्रोफाइल समेत डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू, टीबी, पीलिया जैसी बीमारियों के अलावा एक्सरे, सीटी स्कैन, एमआरआई जैसी जांच भी अत्याधुनिक मशीनों से की जाएगी। डाइग्नोसिस सेंटर में मशीनों का पूरा सेटअप एजेंसी के द्बारा ही लगाया जाएगा।