समस्या : तहसील कार्यालय में बारिश का पानी भरने से आवाजाही में हो रही परेशानी
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. तहसील कार्यालय में जिस मार्ग से एसडीएम, तहसीलदार गुजरते हैं, वहां बारिश का भरने से लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां अव्यवस्था का आलम है। अधिकारी-कर्मचारी तो चार पहिया वाहन से जैसे-तैसे निकल जाते हैं किंतु एक आम फरियादी को यहां समस्या से जूझना पड़ रहा है। जिला प्रशासन की अनदेखी के कारण पुराने कम्पोजिट बिल्डिंग और तहसील कार्यालय में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। बारिश के दिनों समस्या और बढ़ जाती है। बिलासपुर को स्मार्ट की तर्ज पर संवारने का काम इन दिनों चारों ओर चल रहा है। एक ओर चौक-चौराहों से महापुरूषों की प्रतिमाओं को स्थानांतरित किया जा रहा है। नालियां बनाई जा रही है, जर्जर सड़कों सुधारा जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर पुराने कम्पोजिट बिल्डिंग परिसर में चारों ओर बेजा कब्जा कर लिया गया है। स्टांप वेंडर नाली को ढंककर अपनी दुकानें सजाये हुए है। यहां रजिस्ट्री और अन्य जरूरी काम आये लोगों को पैदल चलने में परेशानी होती है। इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा व्यवस्था नहीं बनाई जा रहा है। टेबल कुर्सी लगाकर दस्तावेज लेखक, फोटोकॉपी सेंटर संचालित करने वालों ने बिना अनुमति ही अपना पैर पसार लिया है। इधर तहसील कार्यालय में आवागमन के लिये एक गेट को खोला गया है, यहां मोटर सायकल और चार पहिया वाहन लोग कहीं पर भी खड़े कर देते है। स्टैंण्ड संचालक को केवल पैसे से लेने से मतलब रहता है। बारिश होने पर पानी निकासी की समस्या नहीं होने के कारण पैदल चलने तक के लिये व्यवस्था नहीं है।
चारों ओर पसरी है गंदगी
तहसील कार्यालय में चारों ओर गंदगी पसरी हुई हैं। परिसर में घास उग आये हैं, शौचालय में कोई जाने को तैयार नहीं है। इस परिस्थिति में महिलाओं को भारी परेशानी होती है। दिव्यांगजनों के लिये भी कोई व्यवस्था नहीं है और तो और वकीलों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्मार्ट सिटी का चोला ओढे बिलासपुर के शासकीय दफ्तरों में आमजनों के लिये उचित व्यवस्था बनाने की सख्त जरूरत है।