डॉ. चरणदास महंत ने राजिम माघ पूर्णिमा मेला पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने राजिम माघी पुन्नी मेला की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं। विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि राजिम का माघ पूर्णिमा का मेला संपूर्ण भारत में प्रसिद्ध है। छत्तीसगढ़ के लाखों श्रद्धालु इस मेले में जुटते हैं। माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक पंद्रह दिनों का मेला लगता है। महानदी, पैरी और सोंढूर नदी के तट पर लगने वाले इस मेले में मुख्य आकर्षण का केंद्र संगम पर स्थित कुलेश्वर महादेव जी का मंदिर है। इस मंदिर का संबंध राजिम की भक्तिन माता से है। कहते हैं कि छत्तीसगढ़ राज्य के राजिम क्षेत्र राजिम माता के त्याग की कथा प्रचलित है और भगवान कुलेश्वर महादेव का आशीर्वाद इस क्षेत्र को प्राप्त है, दोनों ही कारणों से राजिम मेला का महत्व है।
डॉ. चरणदास महंत ने संत रविदास की जयंती पर स्मरण करते हुए दी श्रद्धांजलि : छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने संत रविदास जी की जयंती पर उन्हें स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी है। विस् अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि, संत रविदास कबीर के समसामयिक कहे जाते हैं। मध्ययुगीन संतों में रैदास का महत्त्वपूर्ण स्थान है। मनुष्य अपने जन्म तथा व्यवसाय के आधार पर महान् नहीं होता है। विचारों की श्रेष्ठता, समाज के हित की भावना से प्रेरित कार्य तथा सदव्यवहार जैसे गुण ही मनुष्य को महान बनाने में सहायक होते हैं। रवि दास जी ने ऊँच-नीच की भावना तथा ईश्वर-भक्ति के नाम पर किये जाने वाले विवाद को सारहीन तथा निरर्थक बताया और सबको परस्पर मिल जुल कर प्रेमपूर्वक रहने का उपदेश दिया। वे स्वयं मधुर तथा भक्तिपूर्ण भजनों की रचना करते थे और उन्हें भाव-विभोर होकर सुनाते थे। उनका विश्वास था कि राम, कृष्ण, करीम, राघव आदि सब एक ही परमेश्वर के विविध नाम हैं। वेद, क़ुरान, पुराण आदि ग्रंथों में एक ही परमेश्वर का गुणगान किया गया है।