रबी फसल में धान पर प्रतिबंध के मामले में सरकार स्थिति स्पष्ट करे – दीपक बैज
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने रबी सीजन में धान की खेती पर भाजपा सरकार के द्वारा प्रतिबंध लगाने का विरोध करते हुये कहा है कि मुख्यमंत्री कहते है रबी में धान की फसल पर प्रतिबंध नहीं है। कलेक्टर गांव-गांव में मुनादी कर किसानों को रबी फसल में धान लेने पर कार्यवाही की धमकी दे रहे, सरकार स्थिति स्पष्ट करे। मुख्यमंत्री की तथा सरकार की बिना जानकारी के गांवों में मुनादी कैसे करवाई जा रही है सरकार स्थिति स्पष्ट करे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि खेत और मौसम के अनुकूल फसल का चयन करना किसानों का अधिकार है, रबी सीज़न में धान के किसानों को धमकाना अनुचित है, छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ अन्याय है। अक्टूबर से दिसंबर के मध्य में रबी फसलों की बुवाई होती है। भाजपा सरकार की अकर्मण्यता के चलते छत्तीसगढ़ के किसान रबी फसल की बोवाई में डीएपी खाद के अनुपलब्धता के चलते पहले ही परेशान हैं, अब धान नहीं लगाने के तुगलकी फरमान से किसानों पर दोहरा संकट खड़ा हो गया है। धान के खेत में दलहन, तिलहन बोने का आदेश व्यावहारिक है। धान के खेत की मिट्टी और मौसम दलहन, तिलहन के अनुकूल नहीं है, ऐसे में धान के किसानों को होने वाली क्षति के लिए कौन जिम्मेदार होगा?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि भाजपा की सरकार चुनावी लाभ के लिए 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से खरीदी का वादा तो कर दी है, लेकिन खरीदी के अपने दायित्व से बचना चाहती है। टोकन जारी करने के लिए बनाए गए “टोकन तुहर हाथ“ ऐप ठीक से काम नहीं कर रहा है, आए दिन सर्वर की समस्या जग जाहिर है। गिरदावरी में जो षड़यंत्र पूर्वक हेर-फेर किया गया है, किसान उससे भी व्यथित हैं। कई जगहों पर फर्जी अनावरी रिपोर्ट मंगा कर 21 क्विंटल के स्थान पर मात्र 16 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से खरीदी की जा रही है, जिसके खिलाफ़ कल टेमरी के किसानों ने चक्काजाम कर अपना विरोध प्रदर्शन किया और अब रबी फसल में धान नहीं बोने की धमकी देना भाजपा के किसान विरोधी षड्यंत्र को प्रमाणित करता है।