VIDEO – दो बच्चों की मौत का मामला : संगीन अपराधों पर रोक लगाने शिवसेना ने सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर. जिले में नशाखोरी का चलन तेजी से बढ़ रहा है यही कारण है कि बीते दिनों दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। इन दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, आखिर क्या कारण था कि दोनों बच्चों ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। समय रहते श्रम विभाग द्वारा अभियान चलाकर दुकानों व संस्थानों में कार्यरत बच्चों को सही राह पर नहीं लाया गया है तो संगीन अपराधों में इजाफा होना तय है।
जिलाधीश कार्यालय में ज्ञापन सौंपने आये शिवसैनिकों ने कहा कि शनिचरी रपटा के पास 12 वर्षीय किशोर की फांसी पर लटकती लाश मिली। इसके दूसरे दिन भी एक बच्चे की संदिग्ध मौत हो गई। इन मामलों में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही रपटा स्थित शराब दुकान को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करनी चाहिए। नशे की लत ने लोगों को बर्बाद कर दिया है। खासकर छोटे-छोट बच्चेे अशिक्षा के कारण कूड़ा कचरा उठाने का काम करते हंै, इसी तरह दुकानों और संस्थानों में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम कर रहे हैं। श्रम विभाग के द्वारा कार्यवाही नहीं होने के कारण सड़क में घूमने वाले बच्चे शिक्षा के अभाव में नशाखोरी कर अपराधिक घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं जो कि आने वाले समय में और भी खतरानक साबित होगा। हाल ही में शनिचरी रपटा के पास दो बच्चों की संदेहास्पद मौत के मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग शिवसेना द्वारा की गई है। शिव सैनिकों ने कहा है कि शराब दुकानों में नाबालिग बच्चों को शराब दे दी जाती है। चांटीडीह सब्जी बाजार के पास स्थित शराब दुकान को हटाने की मांग भी की जा चुकी है इसके बाद भी इस शराब दुकान को अनयंत्र शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।