May 13, 2024

भाजपा ने भगवान राम के नाम उपयोग राजनीति के लिये किया भूपेश बघेल श्रीराम की स्मृतियों को सहेज रहे : कांग्रेस

रायपुर. भगवान राम ने अपने 14 साल के वनवास में से अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया था। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भगवान राम के छत्तीसगढ़ में रहने के अनेक पौराणिक और किवदंतियों में अवशेष मिलते है। छत्तीसगढ़ में 15 साल तक भाजपा की सरकार थी भाजपा ने कभी भगवान राम के वनगमन के अवशेषों को संरक्षित और संवर्धित करने का काम नहीं किया। भाजपा ने भगवान राम के नाम का उपयोग अपनी राजनीति को चमकाने के लिये भूपेश बघेल भगवान राम की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृतियों को सहेजने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चंदखुरी में माता कौशल्या के जन्मस्थली में उनके मंदिर के भव्य सौन्दर्यीकरण के बाद शिवरीनारायण में भगवान राम के वनगमन परिपथ के अंतर्गत कराये गये निर्माणों के लोकार्पण कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ से भगवान राम के अटूट भावनात्मक रिश्ते को और मजबूत करने का काम किया है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पौराणिक मान्यता के अनुसार 14 वर्ष के वनवास के दौरान प्रभु राम ने लगभग 10 वर्ष का समय छत्तीसगढ़ में गुजारा था। वनवास काल में उन्होंने छत्तीसगढ़ में प्रवेश कोरिया के सीतामढ़ी हरचौका से किया था। उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ते हुए वे छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों से गुजरे। सुकमा का रामाराम उनका अंतिम पड़ाव था। प्रभु राम वनवास काल के दौरान लगभग 2260 किलोमीटर की यात्रा की थी। छत्तीसगढ़ की पावन धरा में रामायण काल की अनेक घटनाएं घटित हुई हैं जिसका प्रमाण यहां की लोक संस्कृति, लोक कला, दंत कथा और लोकोक्तियां है। कई शोध प्रकाशनों से पता चलता है कि प्रभु श्रीराम ने छत्तीसगढ़ में वनगमन के दौरान लगभग 75 स्थलों का भ्रमण किया।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्पराओं में शामिल मूल्यों को सहेजने और उन्हें पुर्नस्थापित करने का कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू किया गया है। कोरिया से लेकर सुकमा तक राम वनगमन मार्ग में अनेक साक्ष्य बिखरे पड़े हैं जिन्हें सहेजना छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक मूल्यों को ही सहेजना है। इसीलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पूरे राम वन गमन मार्ग को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। इसके अंतर्गत प्रथम चरण में सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार) भाठापारा, चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सप्तऋषि आश्रम सिहावा (धमतरी), जगदलपुर और रामाराम (सुकमा) को विकसित किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने अपने शासन के 15 साल में छत्तीसगढ़ की जनता के साथ छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक संस्कृति लोकपरंपराओं की भी उपेक्षा की थी। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के इतिहास लोकपरंपरायें, तीज-त्योहार सभी को संरक्षित कर रहे, कोरिया से लेकर सुकमा तक भगवान राम वनगमन पथ परिपथ का निर्माण उसी सोच का परिणाम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post मोदी सरकार द्वारा कोरोना बूस्टर डोज के लिये 600 वसूलना जनता से धोखा : मोहन मरकाम
Next post भाजपा नेता हार के बहाने तलाशना शुरू कर चुके है
error: Content is protected !!